केंद्र सरकार के साथ-साथ प्रदेश की सरकार के द्वारा देश के कई राज्यों में मोटे अनाज (Millets Farming) को बढ़ावा देने के लिए किसानों को आकर्षित किया जा रहा है बता दें कि इसी कड़ी में उत्तराखंड में सरकार के साथ केंद्र सरकार भी मोटे अनाज में बढ़ावा दिया है जिसके चलते प्रदेश में मोटे आजाद की खेती करने वाले कर किसानों में से तीन किसानों की आमदनी में 10 से 20% तक की वृद्धि देखने को मिली है।
मीडिया रिपोर्ट में मिली रिपोर्ट के मुताबिक एक अध्ययन जो 2100 से अधिक किसानों पर किया गया जो कि भारतीय प्रबंधन संस्थान काशीपुर में हुआ जिसमें किसानों के द्वारा अभी तक मोटे अनाज आधारित उत्पादकों में बढ़ती मांग से सही से जानकारी नहीं है। Millets Farming वहीं पर अपने व्यक्तिगत रूप से ही का मात्रा में खेतों में लगा रहे हैं।
बाजार में बढ़ रही मोटे अनाज की मांग (Millets Farming)
बता दें कि इस रिपोर्ट में मोटे अनाज के उत्पादन के बीच बढ़ रही मांग को लेकर किसानों में अधिक जागरूकता पैदा करने में सहायता मिली है। बता दें कि बीते वर्ष यानी वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में भी मनाया गया जिसके चलते किसानों को मोटा अनाज उगाने में जागरूकता अधिक हुआ है। और इससे जुड़े हुए उत्पादकों की मांग में भी वृद्धि हुई है।
किसान अभी भी नहीं खुलकर अपना रहे
उत्तराखंड राज्य में मोटे अनाज के लिए 76% किसने की आमदनी में हर वर्ष 10 से 20% तक की वृद्धि देखने को मिली है। बता दें कि प्रदेश सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी इन फसलों को बढ़ावा दे रही है। लेकिन इस रिपोर्ट में अभी तक मोटे अनाज उगाने वाले किसानों की संख्या का अवकलन नहीं किया गया है ।
Read More 👉बारां अनाज मंडी 20 मार्च 2024 सरसों, गेहूं, जौ ,चना, लहसुन सभी अनाज भाव