मक्का की फसल को किसान बुवाई करें मेड विधि से मिलेगा जोरदार पैदावार, जानें क्या है पूरी प्रक्रिया

किसान मक्का की मेड विधि (Makka Ki Made Vidhi) से बुवाई का तरीका, जानें क्या है पूरी प्रक्रिया

Makka Ki Made Vidhi । हमारे देश में मक्का की खेती लगभग सभी राज्यों में किया जाता है और मक्के की खेती करके किस अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं क्योंकि मक्का खाने के काम आता है। साथ ही पशुओं को डालने में और इसके अलावा अब एथेनॉल बनाने में भी मक्के का प्रयोग होने जा रहा है। ऐसे में आने वाले समय मक्के की मांग में निरंतर बढ़ोतरी होने की संभावना है। जिसके चलते किसानों को सही तकनीक और सही समय पर सही उन्नत बीजों को लगाकर मक्के की खेती करें, तो अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।

मक्का की मेड विधि के द्वारा बुवाई (Makka Ki Made Vidhi)

ऐसे में किसान भाइयों के लिए आज हम मक्के की मेड विधि की बुवाई के बारे में जानकारी प्रदान करने वाले हैं। जिन किसानों के पास अपनी भूमि की मिट्टी ऊपरी स्थानों पर है यानी जहां पर वर्षा का पानी इकट्ठा नहीं होता। वहां पर किसान मक्के की मेड विधि के द्वारा बुवाई करें ज्यादा मुनाफा ले सकते हैं। अगर मक्के की खेती मेड विधि के द्वारा बुवाई करते हैं। किसानों को खाद, बीज और पानी की बचत होगी। इसके साथ ही लागत में कमी के चलते किसानों को ज्यादा लाभ पहुंचेगा और इस तकनीक को अपनाकर किसानों को मक्का फसल पकने के बाद गिरने से भी बचाव होता है।

 

मेड विधि के द्वारा किसानों को कौन कौन से फायदे

 

 

1. मक्का की मेड विधि के द्वारा किसानों को बुवाई करने से सिंचाई में करीब 20 से 25% तक का बचत होता है और इसके साथ-साथ मक्का में भी 20 से 40% बीज की कमी आती है। और नाइट्रोजन खाद में भी बचत रहती है।

2. मक्का की खेती अगर मेड विधि से करते हैं तो ज्यादा बारिश होने से भी फसल को नुकसान नहीं पहुंचता और 2 मिनट के बीच में जो नालियां बनाई गई है। वहां पर पानी की निकासी आसानी से किया जा सकता है। और इसके साथ-साथ जो स्थान खाली है। उनके माध्यम से तेज हवा का रुख भी आसानी से फसल से बाहर निकल जाता है जिससे फसल गिरती भी नहीं है।

3. मक्का की मेड विधि के द्वारा बुवाई करने से किसानों को सूर्य की रोशनी भी पौधों पर सही से बढ़ती है और वायु भी जमीन में सही से मिल पाता है जिसके चलते मिलने वाली फसल में गुणवत्ता उत्पादन में बढ़ोतरी होती है।

मक्का की मेड विधि का तरीका

मक्का की खेती करने से पहले किसान भाइयों को बता दें कि खरीफ सीजन में मक्के की खेती में अधिक लाभ प्राप्त होता है ऐसे में किसानों को खरीद के मौसम में सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है अपनी फसल में जल भराव को रोकने के लिए। जिसके लिए मेड का निर्माण कर बुवाई करते हैं तो उन्हें अधिक लाभ प्राप्त होगा।

मेड की दूरी कितना करें

खेत में मेड विधि से बुवाई के लिए बेड प्लांटर की सहायता के द्वारा किसानों को मेड से मेड की दूरी 70 सेंटीमीटर की दूरी रखना होगा, यानी 40 सेंटीमीटर चौड़ाई में मेड और 30 सेंटीमीटर तक नाली की चौड़ाई होना चाहिए। इसके अलावा किसानों बनाए गए मेड पर मक्का का बीज की बुवाई के लिए बेड प्लांटर का इस्तेमाल करना चाहिए।

 

मक्का में मेड विधि में पौधों की दूरी कितना रखें

 

अब खेत में मेड बनाने के बाद किसानों को पौधों से पौधों की दूरी कितना रखना चाहिए यह सबसे महत्वपूर्ण काम है इसलिए किसानों को मेड पर दो पौधों के बीच की दूरी को 20 सेंटीमीटर में की दूरी रखें। एक पंक्ति में लगाना है।

किसानों को प्रति एकड़ में अधिक उत्पादन हो इसलिए करीब 30000 पौधे लगाने हैं। ओरिजिन खेत में फसल के अवशेष बच जाते हैं उनमें किस सीधी बुवाई करने के लिए जीरो ट्रेन बेड प्लांटर हैप्पी सीडर का इस्तेमाल करना चाहिए।

 

 

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