किसानों के लिए खुशखबरी, कृषि वैज्ञानिक ने आलू की नई किस्म की तैयार, 65 दिन में मिलेगी बंपर पैदावार

आलू की नई किस्म की तैयारकिसानों के लिए खुशखबरी, कृषि वैज्ञानिक ने आलू की नई किस्म कुफरी किस्म को विकसित, 65 दिन में मिलेगी बंपर पैदावार, जानें पूरी जानकारी …

 

 

भारत देश में गन्ना, मक्का , गेहूं के बाद आलू की खेती भी काफी बड़े स्तर पर की जाती है। क्योंकि यह हर रोज काम में आने वाली सब्जी में से एक है। बता दे की आलू की खेती अगर किसान सही तरीके और सही किस्म का चुनाव किया जाए तो अच्छा उत्पादन प्राप्त हो सकता है। जिसे किसानों को अच्छी इनकम होगा। बता दे कि आलू की खेती के चलते ही देश ही नहीं विदेशों के बाजार में भी लगातार मांग में तेजी देखने को मिल रही है। आज इस लेख के द्वारा हम जानेंगे आलू की ऐसी ही नई किस्म जिससे किसान अन्य किस्म के मुकाबले में ज्यादा उत्पादन प्राप्त करने में सहायता मिलेगी।

 

 

 

 

 

ज्यादा तापमान में भी मिलेगी शानदार उत्पादन

 

आलू की नई किस्म कुफरी किस्म को आलू प्रौद्योगिकी प् संस्थान शामगढ़ के द्वारा विकसित किया गया है। बता दे कि वैज्ञानिकों के द्वारा तैयार की गई इस किस्म में न्यूट्रीशन काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है और इसके साथ-साथ इस किस्म को किसान अपने अधिक तापमान वाले क्षेत्रों में भी अच्छी उत्पादन देने में क्षमता रखती है।

 

 

 

 

कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा आलू की नई किस्म को एरोप्लेनिक तकनीक के तहत विकसित किया गया है बता दे कि किसानों के लिए अभी बाजार में यह किस्म का आलू फिलहाल नहीं है। लेकिन जल्द से जल्द किसानों को मिलने वाला है।

 

 

 

 

आलू की नई किस्म कुफरी में क्या क्या विशेषताएं

 

 

 

 

कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा तैयार की जा रही इस नई किस्म की विशेषताओं की बात करें तो किसानों को इसमें उगाने के लिए नहीं जमीन या मिट्टी की आवश्यकता नहीं होगी बता दे की आलू की इस कि एम को इलेक्ट्रॉनिक तकनीक के द्वारा शामगढ़ के आलू उद्योग के संस्थान के द्वारा उगाया जा रहा है जिसके चलते किसानों को जल्द ही इस आलू में पूरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद किसानों को खेती के लिए मिल जाएगा।

 

 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मिली जानकारी के मुताबिक आप की खेती के लिए कुफरी किस्म रंग पिंक जैसा होगा और अन्य किस्म की तुलना में उत्पादन भी अधिक होगा और किसानों को इसको उगाने के लिए कोकोपीट की आवश्यकता नहीं होगी।

 

 

 

बता दें कि आलू की इस कम में वैज्ञानिकों के मुताबिक आलू के मुकाबले में चार से पांच गुना पैदावार और इस आलू के बाजार में आने के चलते पिंक कलर जैसे ही दाम प्राप्त होंगे और इसकी मांग भी ज्यादा होता है।

 

 

 

 

कुफरी किस्म में पकने का समय 

 

 

 

वैज्ञानिकों के द्वारा तैयार की जा रही नई किस्म आलू की कपूरी किस्म में पकने का समय की बात करें तो करीब 60 से 65 दिन में तैयार होगा और इसमें कम समय में भी अधिक पैदावार मिलेगा। बता दे कि इस नई किस्म को देश के उत्तर प्रदेश राजस्थान मध्य प्रदेश और पंजाब के किसानों के लिए काफी अच्छी मानी गई है। बता दें कि आलू प्रौद्योगिकी संस्थान में जाकर इस किस्म के लिए किसान बीज को अभी से मांग कर रहे हैं।

 

 

 

 

कुफरी किस्म के साथ कई किस्मों विकसित पर काम 

 

 

किसने की जानकारी के लिए बता दें कि मीडिया रिपोर्ट से मिल रही जानकारी के अनुसार आलू प्रयोग की संस्थान के द्वारा आलू की कुफरी किस्म के अलावा भी आलू की कई शानदार किस्मत का विकसित करने पर काम चल रहा है। इन किस्म में भी वैज्ञानिकों के द्वारा एयरोपोनिक तकनीक के द्वारा तैयार किया जा रहा है।

 

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