किसानों को प्याज की पैदावार बढ़ाने के लिए किसान अपनाए ये उपाय, कौन-कौन से उपाय करें, जानें इस्तेमाल का पूरी जानकारी
उत्तर भारत के साथ ज्यादातर राज्यों में कितने दिनों से मौसम में आ रहे कोहरा और ठंड के चलते प्याज की फसल में उतनी बढ़वार देखने को नहीं मिल रही है। क्योंकि धूप न मिलने के चलते पौधे खाद और पोषक तत्वों को उठा नहीं पता। जिसके चलते प्याज में बढ़वार करने के लिए किसानों को स्प्रे के द्वारा पोषक तत्वों की पूर्ति करना होगा। इसके लिए क्या-क्या किसानों को पोषक तत्व शामिल करने हैं उसकी पूरी जानकारी के लिए अंत तक पढ़े।
प्याज की पैदावार बढ़ाने के लिए
प्याज में अच्छी बढ़वार के लिए किसानों को वनस्पति के वृद्धि के लिए समय पर महत्वपूर्ण कार्य करने आवश्यक है। बता दें कि किसानों के द्वारा अपनी फसल में अब जितनी खुराक दिया जाएगा। उतना ही पौधों की जड़ों में विकास अच्छा होगा। जिसके चलते किसानों को अच्छा उत्पादन प्राप्त हो सके। किसानों को प्याज की फसल में इस समय फफूंदी नाशक और कीटनाशक के साथ-साथ ग्रोथ प्रमोटर प्याज की पैदावार बढ़ाने के लिए भी उपयोग में लाना होगा। जिसके चलते फसल में बीमारियों का भी रोकथाम होगा और पैदावार में भी अच्छा उत्पादन मिलेगा
किसानों को अपने प्याज की फसल में कीटनाशक के रूप में स्प्रे प्रति एकड़ भूमि में इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL 100ml थायामेंथोक्सम 25% WG 100 ग्राम का उपयोग करना चाहिए।
वहीं किसानों को फसल फफूंदी नाशक के लिए प्रति एकड़ भूमि में रिडोमिल गोल्ड 100 ग्राम प्रति एकड़ या फिर इसके अलावा किसान धानुका कोनिका (कसुगामाइसिन 5% + कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 45% WP) 100 ग्राम का उपयोग किया जा सकता है।
फसल की अच्छी ग्रोथ के लिए NPK 19:19:19 1 किलोग्राम प्रति एकड़ उपयोग करें। या फिर पाई (बायोविटा) 500ml का स्प्रे प्रति एकड़ का छिड़काव करें।
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किसान भाइयों उपर बताई गई तीनों को मिलाकर 150 से लेकर 200 लीटर पानी में फसल में स्प्रे करें। ऐसा करने से किसानों को अपनी फसल में सभी प्रकार की बीमारियों का नियंत्रण भी होगा और फसल में अच्छी ग्रोथ भी होगी।